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गुरुवार, 14 जुलाई 2016

गठबंधन

वह सबसे सफल निमार्ता था यानि फिल्म उद्योग का कुबेर.उसके पास कितना धन था नहीं बताया जायेगा यिोकि आय कर अधिकारी डांका न डाल दें.हां, य ह जरूर बताया जा सकता है कि सांप उसके धन का रक्षक था.
उसने विवाह, सात फेरे, गठबंधन जैसी अनेक फिल्में बनाई मगर वास्तविक जीवन में अविवाहित रहा.य ह बात और है कि वह  िवांरा नहीं था.एक दिन ससुर का दामाद कहलाने की उसकी इच्छा जगी.च ट मंगनी - पट विवाह हो भी गया मगर मित्र उस वI हैरान रह गये जब सुना कि उसने दहेज लेने से इंकार कर दिया है. मित्रों ने सलाह दी कि यार फिल्म उद्योग में सफलता किसी की बपौती नहीं.अभी चांगड़े हो .कल मिuीपलीत हो गई तो पुनरोत्थान के लिए दांतों पसीना आ जायेगा.तुम दहेज अवश्य  झपटो ताकि भविष्य  में काम आए.
वह मित्रों पर च ढ़ बैठा - नारियो पर श्रद्धा नहीं तो दया ही बरसाओ.देखो दहेज प्रथा ने कई वधुओं को जबरन सती बना दी.मैं इस हत्यारी प्रथा की हत्या कर देश का नव निमार्ण करना चाहता हूं.पैसा ही भगवान नहीं होता. नैतिकता और आदशर् भी है.मुझे विश्वास है - नवयुवक मुझ इंजिन के पीछे डिबबे बनेंगे.
मित्रों ने कहा - दहेज से तुम्हें घृणा है तो कोई बलात नहीं पकड़ा रहा लेकिन तुम्हारी फिल्मों पर सेंसर की कैंची च लेगी.फिल्में रिलीज होने के पहले Kलाप होगी.करोंड़ों का घाटा खाओगे तो हृदयाघात तुम्हारा घात करेगा. उस वI यिा होगा ?
मित्रों ने सत्य  उगलाने अनशन हड़ताल के साथ तोड़ फोड़ की काय र्वाही शुरू की तो निमार्ता को झुकना ही पड़ा. बोला - किसी कैंची में इतना दम नहीं कि मेरी फिल्मों पर धावा बोले यिोंकि मैंने सैंसर बोडर् के अध्य क्ष की कन्या से विवाह किया है.य दि मेरी फिल्मों पर कैंची च ली तो विवाह के गठबंधन में मैं भी कैंची च ला दूंगा ?

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