हनुमान धवलागिरी मेडिकल स्टोसर् में प्रविþ हुए.विक्रेता से कहा-लक्ष्मण बहुत सीरिय स है.उनके उपचार के लिए दवाई की आवश्य कता है.तुम दो .हड़बड़ी में पैसा लाना भूल गया.
विक्रेता ने कहा- तब तो गुरू माफ करें य हां आज नकद -कल उधार का कानून हैं.आपको दवाई लेनी है तो नकद भुगतान कीजिए.
हनुमान ने धमकी दी -देखो,तुम्हारे सभी धांधली मुझे ज्ञात है.तुम अस्पताल की दवाइयां चोरी से लेते हो.तगड़ा दाम वसुलते हो इंकमटेसि पटाने में बेईमानी करते हो.इसकी शिकाय त राम से कर दूंगा.वे मेडिकल स्टोसर् को कबाड़ी में बदल देंगे.
विक्रेता -धमकी और किसी को दीजिए.राम मेरा यिा कर लेगा.सत्ता पर होते तो बात और होती.
हनुमान-बेटे तुम भारतीय राजनीति से अनभिज्ञ हो .य हां वंशानुसार ही सब काम च लता है.सुन-य हां रघु,दिलीप,अजऔर दशरथ हुए तो तुम्हीं बताओ दशरथ के बाद शासक कौन होगा ?
- अरे बाप रे ,वास्तव में राम के अलावा दूसरा शासक हो ही नहीं सकता.।विक्रेता ने कहा -आपको जो दवाई चाहिए,ले जाइये.साथ ही निवेदन है कि मेरी शिकाय त राम से नहीं करेंगे.
हनुमान ने लिस्ट थमा दी.विक्रेता दवाई पैक करने लगा.हनुमान ने कहा-क्रेडिट बिल भी दे दो ताकि रूपए जल्द से जल्द भिजवा सकूं.
विक्रेता ने कहा- मैं कोई पराया हूं.जो लेaन -देन की बात करते हो.मुझे भी लक्ष्मण की सेवा करने का अवसर तो दीजिए....।
और उसने मुKत में हनुमान को दवाइयां टिका दी.
विक्रेता ने कहा- तब तो गुरू माफ करें य हां आज नकद -कल उधार का कानून हैं.आपको दवाई लेनी है तो नकद भुगतान कीजिए.
हनुमान ने धमकी दी -देखो,तुम्हारे सभी धांधली मुझे ज्ञात है.तुम अस्पताल की दवाइयां चोरी से लेते हो.तगड़ा दाम वसुलते हो इंकमटेसि पटाने में बेईमानी करते हो.इसकी शिकाय त राम से कर दूंगा.वे मेडिकल स्टोसर् को कबाड़ी में बदल देंगे.
विक्रेता -धमकी और किसी को दीजिए.राम मेरा यिा कर लेगा.सत्ता पर होते तो बात और होती.
हनुमान-बेटे तुम भारतीय राजनीति से अनभिज्ञ हो .य हां वंशानुसार ही सब काम च लता है.सुन-य हां रघु,दिलीप,अजऔर दशरथ हुए तो तुम्हीं बताओ दशरथ के बाद शासक कौन होगा ?
- अरे बाप रे ,वास्तव में राम के अलावा दूसरा शासक हो ही नहीं सकता.।विक्रेता ने कहा -आपको जो दवाई चाहिए,ले जाइये.साथ ही निवेदन है कि मेरी शिकाय त राम से नहीं करेंगे.
हनुमान ने लिस्ट थमा दी.विक्रेता दवाई पैक करने लगा.हनुमान ने कहा-क्रेडिट बिल भी दे दो ताकि रूपए जल्द से जल्द भिजवा सकूं.
विक्रेता ने कहा- मैं कोई पराया हूं.जो लेaन -देन की बात करते हो.मुझे भी लक्ष्मण की सेवा करने का अवसर तो दीजिए....।
और उसने मुKत में हनुमान को दवाइयां टिका दी.
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